Shayari is a form of poetry that originates from the Indian subcontinent. It is typically written in Urdu, Hindi, or Punjabi. Shayari often contains romantic or spiritual themes. The word “maa” means “mother” in Hindi and Urdu. Shayari written for mothers often contains themes of love, appreciation, and gratitude.
There are many beautiful Shayari dedicated to mothers. They express love, appreciation, and gratitude for all that mothers do for their children. These Shayari show that mothers are the foundation of strength and support in our lives. They remind us that no matter what happens in life, our mothers will always be there for us.
जब बेटियाँ विदा होती हैं,
तो माँ का आँचल गिला कर जाती हैं,
जब बेटे विदा होते हैं,
तो भारत माँ का आँचल लाल कर जाते हैं !!!
भगवान हर जगह नहीं हो सकते,
इसलिए उन्होंने माँ बनाई है !!!
फुल कभी दोबारा नहीं खिलते,
जन्म कभी दोबारा नहीं मिलता,
मिलते है लोग हजार लेकिन हजारो गलतिया
माफ़ करने वाले माँ-बाप नहीं मिलते !!!
हर इन्सान की जिंदगी में वह सबसे खास होती है,
दूर होते हुए भी वो दिल के पास होती है,
जिसके सामने मौत भी अपना सिर झुका दे,
वह और कोई नहीं बस माँ होती है !!!
स्याही ख़तम हो गई “माँ” लिखते लिखते,
उसके प्यार के दासता इतनी लम्बी थी !!!
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माँ तो सिर्फ माँ ही होती है,
जो हर हाल में पहचान लेती है,
कि आंख सोने से लाल हुई है
या रोने से !!!
दुनिया की हर चीज बिक सकती है,
पर माँ की ममता नहीं,
माँ तेरे प्यार से अनोखा इस दुनिया में कुछ
और हो सकता नहीं !!!
माँ की दुआ इस दुनिया की सबसे बड़ी दौलत है,
जो समझा नहीं वो फ़क़ीर आज तक है !!!
दुनिया मे सच्चा प्यार तो केवल माँ-बाप ही करते है,
बाकी सब तो प्यार का दिखावा करते है।
“मेरी हर एक कहानी का किस्सा है, मेरी माँ मेरी ज़िंदगी का हिस्सा है !!!
हर मंदिर, हर मस्जिद और हर चौखट पर माथा टेका,
दुआ तो तब कबूल हुई जब माँ के पैरों में माथा टेका !!!
उसके रहते जीवन में कभी कोई गम नहीं होता,
दुनिया साथ दे या ना दे
पर माँ का प्यार कभी कम नहीं होता !!!
मां की ममता के सामने फीका यह जहां है
मां तू मान या ना मान तू खुदा से भी महान है..!!!
मां ना हो तो जिंदगी से मुझे भी अलविदा कहना है
मां मेरी जिंदगी है तू मुझे पूरी उम्र तेरे साथ रहना है..!!!
जब भी घर जाता हूं
तो वो मेरी नजर उतार दिया करती है
हां वो औरत मेरी मां ही है जो
मुझे इतना प्यार दिया करती है..!!!
समुद्र में उतना पानी नहीं है
वायु में उतनी शक्ति नहीं है
जितनी मेरी मां के आंचल में ममता है..!!!
ममता की छांव में मेरा हर
घाव भर गया
मां के रूप में खुदा जो मिल गया !!!
लबों पे उसके कभी बद्दुआ
नहीं होती बस एक माँ है जो
मुझसे ख़फ़ा नहीं होती !!!
हजारों गम हो फिर भी मैं खुशी से
फूल जाता हूं जब हस्ती है
मेरी मां मैं हर गम भूल जाता हूं !!!
तेरे जिक्र सी है खामोशी भी
तू खुद ब खुद एक सवाल है
पता नहीं है मां तू क्यों इतनी कमाल है !!!
खाली बटवा लिए फिरता हूं
फिर भी अमीर लगता हूं छुपा कर
उसमें एक मां की तस्वीर रखता हूं !!!
सुकून तेरी गोद के सिवा
और कहीं नहीं मिला मेरी मां !!!
इस तरह मेरे गुनाहों को वो धो देती है
माँ बहुत ग़ुस्से में होती है तो रो देती है !!!
पटाखों की गूंज मुझे
सच्ची नहीं लगी यह दिवाली मां के
बिना अच्छी नहीं लगी !!!
बुज़ुर्गों का मेरे दिल से
अभी तक डर नहीं जाता
कि जब तक जागती रहती है
माँ मैं घर नहीं जाता !!!
ठंडक बन दे माँ तरुवर की छांव
ग़म में छुपाती दे अपने आँचल की छांव !!!
उसकी दुआओ मे ऐसा असर है
की सोये भाग्य जगा देती है,
मिट जाते है दुःख दर्द सभी
माँ जीवन मे चार चाँद लगा देती है !!!
मेरी ख़्वाहिश है कि मैं फिर से फ़रिश्ता
हो जाऊँ
माँ से इस तरह लिपट जाऊँ कि फिर से
बच्चा हो जाऊँ !!!
ऐ अँधेरे! देख ले मुँह तेरा काला हो गया
माँ ने आँखें खोल दीं घर में उजाला हो गया !!!
हर मंदिर, हर मस्जिद और
हर चौखट पर माथा टेका,
दुआ तो तब कबूल हुई
जब माँ के पैरों में माथा टेका !!!
उसके फटे आंचल से छलके
मेरे लिए दुआएं बरसती है
कसम से दुनिया खिल उठती है
जब मेरी मां हस्ती है !!!
माँ को देखकर मुस्कुरा लिया करो,
क्या पता किस्मत में तीर्थ लिखा ही ना हो !!!
मैं जो कुछ भी हूं या होने की
आशा रखता हूं उसका
श्रेय सिर्फ मेरी मां को जाता है !!!
गम हो दुःख हो या खुशिया
माँ जीवन की हर किस्से मे
साथ देती है खुद सो जाती है भूखी,
और बच्चो मे रोटी अपने हिस्से की बाँट देती है !!!
वाह प्रभु क्या तेरी लीला है,
बचपन में लड़ते थे मां मेरी है
मां मेरी है, और आज किसी बड़े को
लड़ते देखा ना तेरी है मां तेरी है !!!
बरबाद कर दिया हमें परदेस ने मगर
माँ सबसे कह रही है कि बेटा मज़े में है !!!
कभी मुस्कुरा दे तो लगता है
ज़िंदगी मिल गयी मुझको,
माँ दुखी हो तो दिल मेरा
भी दुखी हो जाता है !!!
उम्र माँ की कभी बेटे से ना पूछी जाए,
माँ तो जब छोड़ के जाती है तो दुःख होता !!!
मां भले ही पढ़ी-लिखी हो या नहीं पर
संसार का दुर्लभ व महत्वपूर्ण ज्ञान
हमें मां से ही प्राप्त होता है !!!
दुनिया मे सच्चा प्यार तो
केवल माँ-बाप ही करते है,
बाकी सब तो प्यार
का दिखावा करते है !!!
बिना जिक्र ही मेरी फिक्र है तुझे
बड़ी अजब है यह अदा तेरी मां !!!
मकानों घर की शान का
जब भी बटवारा होगा
मां मेरी होगी
भाइयों का घर सारा होगा !!!
एक हस्ती है जो जान है मेरी,
जो जान से भी बढ़ कर शान हे मेरी
रब हुक्म दे तो कर दू सजदा उसे
क्यूँ की वो कोई और नही माँ है मेरी !!!
अभी ज़िन्दा है माँ मेरी
मुझे कु्छ भी नहीं होगा
मैं जब घर से निकलता हूँ
दुआ भी साथ चलती है !!!
अपनी माँ को कभी न देखूँ
तो चैन नहीं आता है,
दिल न जाने क्यूँ माँ का
नाम लेते ही बहल जाता है !!!
हले ये काम बड़े प्यार से माँ करती थी,
अब हमें धुप जगाती है तो दुःख होता है !!!
किसी को घर मिला हिस्से में
या कोई दुकान आई मैं घर
में सब से छोटा था मेरे हिस्से में
माँ आई !!!
वह मुझे डांट कर खुद रोई होगी
वह तो मां है साहब
मुझे सूखे में सुलाकर
खुद गीले में सोई होगी !!!
मां के पैर छूकर निकला तो
जिंदगी संवर गई मानो हर
बुरी नजर दुआ में बदल गई !!!
यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा
ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा !!!
माँ की दुआ इस दुनिया
की सबसे बड़ी दौलत है,
जो समझा नहीं वो
फ़क़ीर आज तक है !!!
संसार का समस्त सुख
उसके आंचल में समाता है
शब्दों से जो बयां ना हो पाए
मां वो अनंत गाथा है !!!
मां से ही एक ऐसा लगाव है
चोट हमारे शरीर पर लगती है
और आंसू उसकी आंखों में दिखते हैं !!!
मां मेरी जान है मां मेरी पहचान है
जो खुद मौत से लड़ कर
हमें जिंदगी दे मां वही इंसान है !!!
सजने सवरने की कहां
उसे फुर्सत होती है फिर भी
मां बहुत खूबसूरत होती है !!!
चलती फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है
मैंने जन्नत तो नहीं देखी है माँ देखी है !!!
जज्बात अलग है पर बात
तो एक हैं उसे माँ कहू या
भगवान बात तो एक है !!!
मां जैसा कोई दुनिया में अनोखा नहीं होता
एक मां के प्यार में ही बस धोखा नहीं होता !!!
मैंने कभी भगवान को नहीं देखा है,
लेकिन मुझे इतना यकीन हे की,
वो भी मेरी माँ की तरह होगा !!!
उस रोज कुदरत भी क्या खूब
कहर ढ़ाई होगी जब फलक से
जमीन का सफर तय कर मेरी मां
इस जहां में नूर बन कर आई होगी !!!
महताब हो माँ आफताब हो
जीवन का मृदुल मधुर राग हो !!!
चीखती है चिल्लाती है रोती है
बिलखती है जब मां गुस्सा हो जाती है तो
आंखों में आंसू लिए चुपचाप सो जाती है!!!
यूँ तो मैंने बुलन्दियों के
हर निशान को छुआ
जब माँ ने गोद में उठाया
तो आसमान को छुआ !!!
मेरे हिस्से के तो गम भी ले लेती है
कौन कहता है मां से जो मांगू दे देती है !!!
अपनी नींद उड़ा कर मुझे
गहरी नहीं सुलाती है वो
इतने गम होने के बावजूद
क्यों अपना दर्द छुपाती है वो !!!
हादसों की गर्द से ख़ुद को
बचाने के लिए माँ ! हम अपने
साथ बस तेरी दुआ ले जायेंगे !!!
सीधा साधा भोला भाला
मैं ही सब से सच्चा हूँ
कितना भी हो जाऊं बड़ा
माँ आज भी तेरा बच्चा हूँ !!!
उसके रहते जीवन में कभी
कोई गम नहीं होता,
दुनिया साथ दे या ना दे पर माँ
का प्यार कभी कम नहीं होता !!!
रूप अनेक विभिन्न आयाम
माँ तहेदिल से तुम्हें प्रणाम !!!
हालातों के आगे जब
साथ ना जुदा होती है पहचान
लेती है ख़ामोशी में हर दर्द
वह सिर्फ मां होती है !!!
हमारी दुनिया सजाकर खुद को
वीरान बना लिया
मां कौन सी मिट्टी की बनी है तू
खुद को खुद में छुपाकर
दुनिया को महान बना दिया !!!
आंख खुले तो चेहरा मेरी मां का हो
आंख बंद हो तो सपना मेरी मां का हो
मैं मर जाऊं तो कोई गम नहीं लेकिन
कफन मिले तो दुपट्टा मेरी मां का हो !!!
है एक कर्ज जो हर
दम सवार रहता है,
वो माँ का प्यार है,
सब पर उधार रहता है !!!
सदैव समर्पित हो वतन के लिए
हर मां को ऐसा रतन चाहिए
शहादत पर रोए नहीं गर्व करें
बस ऐसा ही उसको ललन चाहिए !!!
माँ तेरी याद सताती है मेरे पास आ जाओ
थक गया हूँ मुझे अपने आँचल में सुलाओ
उँगलियाँ फेर कर बालों में मेरे एक बार,
फिर से बचपन की लोरियाँ सुनाओ !!!
ख़ुद को इस भीड़ में तन्हा नहीं होने देंगे
माँ तुझे हम अभी बूढ़ा नहीं होने देंगे !!!
पहाड़ो जैसे सदमे झेलती है
उम्र भर लेकिन,बस इक औलाद
की तकलीफ़ से माँ टूट जाती है !!!
ये दुनिया है तेज धुप पर
वो तो बस छाँव होती है
स्नेह से सजी ममता से भरी
माँ तो बस माँ होती है!!!
ऐ खुदा बस मेरी एक विनती सुन ले
तू मुझे कितने भी गम दे दे
पर मुझसे पहले मेरी माँ को
अपने पास मत बुलाना !!!
जुबान से कुछ बोलने की जरूरत नहीं
वह मेरी आंखें पढ़ लिया करती है
हां वह मां ही है जो मुझे
मुझसे भी ज्यादा समझती है !!!
बहुत सी रातें उसने आंखों में
नींद लिए निकाली है
वह मां है उसने अपनी हर
सांस मुझ पर वारी है !!!
यूं ही नहीं गूंजती है किलकारियां
घर आंगन के कोने में
जान हथेली पर रखनी पड़ती है
मां को मां होने में !!!
माँ के आगे यूँ कभी
खुल कर नहीं रोना
जहाँ बुनियाद हो इतनी
नमी अच्छी नहीं होती !!!
आस्था और आभार
माँ जीवन का आधार !!!
जब कभी मेरा मन उदास होता है
तब तेरा चेहरा आसपास होता है
तब मिलता है सुकून और विश्वास
माँ तेरे आशीर्वाद का अहसास होता है !!!
कुछ नहीं होगा तो
आँचल में छुपा लेगी मुझे
माँ कभी सर पे खुली
छत नहीं रहने देगी !!!