There are plenty of breakup sad shayari out there to help you express your feelings. Whether you’re looking for something short and sweet, or long and anguished, there’s bound to be a poem that fits your mood. Breakups are never easy, but hopefully these shayari can help make the process a little bit easier.
There are plenty of breakup sad shayari out there to help you express your feelings. Whether you’re looking for something short and sweet, or something a little longer and more detailed, there’s sure to be a poem that will speak to you. Breakup shayari can be about many different things, from the pain of heartbreak to the relief of finally being free from a toxic relationship. No matter what your situation is, there’s sure to be some breakup shayari that will resonate with you.
किसी की चाहत पे ज़िंदा रहने वाले हम ना थे;
किसी पर मर मिटने वाले हम ना थे;
आदत सी पड़ गयी, तुम्हे याद करने की;
वरना किसी को याद करने वाले हम ना थे।
वो लोग जो तुमको कभी कभी याद आते है,
कभी हमको भी इन में शामिल करना।
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सामने मंजिल तो रास्ते ना मोड़ना,
जो मन मे हो वो ख़्वाब ना तोड़ना,
हर कदम पर मिलेगी सफ़लता,
बस आसमान छूने के लिए जमीन ना छोड़ना।
हम गए उनकी गली में,
तो वो फूल बरसाने लगे,
जब देखा उनकी मम्मी ने तो,
साथ में गुलाब भी आने लगे।
तेरा ख्याल सही है के वो खूबसूरत है,
मुझे हसीं यार से नहीं अपने जान से मोहब्बत है।
दुख का समा मुझे घेर लेता है,
जब तेरी याद में ये पल भर के लिए होता है,
ना जाने कब वो दिन आएगा,
जब हर पल इस ज़िन्दगी का तेरे साथ गुजर जाएगा।
दिन हुआ है, तो रात भी होगी,
मत हो उदास, उससे कभी बात भी होगी.
वो प्यार है ही इतना प्यारा,
ज़िंदगी रही तो मुलाकात भी होगी।
जान से ज्यादा प्यार उन्हें किया करते थे;
याद उन्हें दिन रात किया करते थे;
अब उन राहों से गुज़रा नहीं जाता;
जहाँ बैठकर उनका इंतजार किया करते थे।
मुझे मालूम है तुम बहुत खुश हो इस जुदाई से,
अब बस ख्याल रखना तुमको हम जैसे नहीं मिलेगा।
मोहब्बत मैं कुछ ऐसा कर जाना ही बनता है,
मैं जिन्दाहूँ मगर मेरा मर जाना बनता है।
हज़ारो बातें मिल कर एक राज़ बनता है,
सात सुरों के मिलने से साज़ बनता है,
आशिक़ के मरने पर कफ़न भी नहीं मिलता,
और हसीनाओ के मरने पर ताज़ बनता है।
रुक्सत यार का भी क्या मंजर था यारो,
हमने खुद को खुद से बिछडते देखा।
मीठी रातो में धीरे से आ जाती है एक परी
कुछ खुसी के सपने लाती एक परी
कहती है कि सपनो के सागर में डूब जाओ
भूल के सारे दर्द जल्दी से सो जाओ
सपनो में आने वाली तेरा शुक्रिया,
दिल को धड़काने वाली तेरा शुक्रिया,
कौन करता है आज जहाँ में किसी से इतनी महोबत,
हमें अपनी ज़िंदगी में शामिल करने वाली तेरा शुक्रिया।
दिल के समुन्दर में एक गहराई है,
उसी गहराई से तुम्हारी याद आई है,
जिस दिन हम भूल जाये आपको,
समझ लेना हमारी मौत आई है।
तोडना होता तो रिश्ता हम ना बनाते,
उम्मीद ना होती तो हम सपने नहीं सजाते,
इतबार है हमें आपके प्यार पे,
भरोसा ना होता तो प्यार के लिए हाथ आगे ना बढ़ाते।
अगर बिछड़ने से मुस्कुराहट लौट आये तुम्हारी,
तो तुम्हे हक है की मुझसे दूरियां बना लो।
तरसते थे वो हमसे मिलने को कभी;
आज वो मेरी परछाई से कतराते हैं;
हम भी वहीँ हैं, दिल भी वहीँ हैं;
जाने कैसे यूँ लोग बदल जाते हैं।
कितनी आसानी से कह दिया तुमने
की बस अब तुम मुझे भूल जाओ
साफ साफ लफ्जो मे कह दिया होता
की बहुत जी लिये अब तुम मर जाओ
वफ़ा का दरिया कभी रुकता नही,
मोहब्बत में प्रेमी कभी झुकता नही,
किसी की खुशियों के खातिर चुप है,
पर तू ये न समझना की मुझे दुःखता नही।
सोचा था तड़पायेंगे हम उन्हें,
किसी और का नाम लेके जलायेगें उन्हें,
फिर सोचा मैंने उन्हें तड़पाके दर्द मुझको ही होगा,
तो फिर भला किस तरह सताए हम उन्हें।
यारो जो कभी हमारी आंखों में
एक आंसू भी नही देखा करता था,
अफसोस आज वही हमारी
बहते आंसुओं की बजह है।
जब वो लड़की मुझे पहली
बार देख कर मुस्कुराई थी,
हम तो तभी समझ गये थे ये
लड़की हमे उम्र भर रुलायेगी।
ना समझो कि हम आपको भुला सकेंगे,
आप नही जानते की दिल मे छुपा कर रखेंगे,
देख ना ले आपको कोई हमारी आँखों मे दूर से,
इसलिए हम पलके झुका के रहेंगे।
हाथो की लकीरे देख कर ही रो देता है अब तो ये दिल,
इसमें सब कुछ तो है पर एक तेरा नाम ही नही।
बनके अजनबी मिले है ज़िंदगी के सफर में,
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं,
अगर याद करना फितरत है आपकी,
तो वादा है हम भी आपको भुलायेंगे नहीं।
पत्ते गिर सकते है पर पेड़ नहीं,
सूरज दुब सकता है पर आसमान नहीं,
धरती सुख सकती है पर सागर नहीं,
तुम्हे दुनिया भूल सकती है पर हम नहीं।
पाया तुम्हे तो सपने सच लगने लगे;
तुम अज़नबी आज अपने लगने लगे;
होता नहीं यकीं खुद की किस्मत पर;
तुम मेरी धड़कन मे बसने लगे।
पाने से खोने का मज़ा कुछ और है,
बंद आँखों से सोने का मज़ा कुछ और है,
आँसू बने लफ़ज़ और लफ़ज़ बनी जुबा,
इस ग़ज़ल में किसी के होने का मज़ा कुछ और है।
तेरे बिना ज़िंदगी अधूरी है यारा,
तुम मिल जाओ तो ज़िंदगी पूरी है यारा,
तेरे साथ ज़िंदगी की सारी खुशिया,
दुसरो के साथ हसना तो मज़बूरी है यारा।
दर्द बन कर दिल में छुपा कौन है,
रह रह कर इसमें चुभता कौन है,
एक तरफ दिल है और एक तरफ आइना,
देखते है इस बार पहले टूटता कौन है।
बनके अजनबी मिले है ज़िंदगी के सफर में,
इन यादों को हम मिटायेंगे नहीं,
अगर याद करना फितरत है आपकी,
तो वादा है हम भी आपको भुलायेंगे नहीं।
हमारे बिन अधूरे तुम रहोगे,
कभी चाहा किसी ने खुद तुम कहोगे,
हम ना होंगे तो ये आलम ना होगा,
मिलेंगे बहुत से पर हम सा कोई पागल ना होगा।
जानने की कोशिश की थी तुमको,
तुमने कभी मुझ पर ध्यान ना दिया,
गैरों पर तुम्हे गहरा विश्वास था,
जिसने अपना समझा उस पर विश्वास ना किया।