Life can be full of joy and happiness, but it can also be full of pain and sorrow. Zindagi Shayari is a type of poetry that captures the ups and downs of life. It often expresses the speaker’s feelings of love, loss, pain, and hope. Dard bhari Zindagi Shayari, in particular, focuses on the hurtful aspects of life. These poems can be bittersweet, but they often offer comfort and understanding to those who read them.
Life is full of ups and downs. We all go through tough times where everything seems to be against us. But even in the darkest of moments, there is always some light. That light comes in the form of our loved ones, our friends, and sometimes even strangers. No matter how tough life gets, we have to remember that it is just a phase. Things will eventually get better. And when they do, we should cherish every moment. Life is precious and should be lived to the fullest.
क्या हुआ करता था मैं
और क्या अब हो गया हूं
बच्चा भी हूं में कही में
या पूरा ही खो गया हूं..!
जिंदगी मैथमेटिक्स
का सवाल हो गई है
साल दर साल
बवाल हो गई है..!
ZINDAGI एक खेल है
इसे हर रोज एक नए तरीके से
खेलना हमे #sikhana होगा !
जिंदगी ख्वाहिशों की एक खुली #Kitab है
जिंदगी #Sanson और तन्हाइयो का हिसाब है !
जिंदगी और खुद से प्यार करो तभी हम
जीवन को बेहतर तरीके से जी सकते है !
जिंदगी को अगर बेहतर बनाना है
तो दर्द को छुपाना होगा और गम में
मुस्कुराना सीखना होगा !
मेरी जिंदगी का हर
दिन खूबसूरत हो जाए
मेरी बिछड़ी हुई मोहब्बत मुझे मिल जाए !
मेरे बेजुबा इश्क को गम का तोहफा दे गई
जिंदगी बन कर आई थी और जिंदगी ही ले गई !
उसी मोड़ से शुरू करनी है
फिर से मुझे जिंदगी जान सारा
शहर अपना था और तुम अजनबी थे !
आया ही था खयाल कि आँखें छलक पड़ीं
आँसू किसी की याद के कितने करीब हैं!
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एक साँस सबके हिस्से से हर पल घट जाती है
कोई जी लेता है जिंदगी किसी की कट जाती है !
आओ हम चांद का किरदार
अपना ले दाग अपने पास
रख लें और रोशनी बांट दें !
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतने क़रीब से
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अजीब से।
सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते
आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है!
समंदर न सही पर एक नदी तो होनी चाहिए
तेरे शहर में ज़िंदगी कहीं तो होनी चाहिए।
अगर जिंदगी में कुछ पाना चाहते हो
तो अपनी सोच बदलो इरादे नही !
अपने बीते हुए कल को भूल कर
आज में जीना ही जिंदगी है और
समय की चाल के साथ चलना ही जिंदगी है !
जिंदगी हर रोज सूर्य की पहली
किरण के साथ नई उम्मीद देती है
यही इंसान के लिए जीने की वजह देती है !
ले दे के अपने पास फ़क़त एक नजर तो है
क्यूँ देखें ज़िंदगी को किसी की नजर से हम।
फिक्र है सबको खुद को सही साबित करने की
जैसे ये ज़िंदगीए ज़िंदगी नही कोई इल्जाम है!
नफरत सी होने लगी है इस सफ़र से अब
ज़िंदगी कहीं तो पहुँचा दे खत्म होने से पहले!
मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो
कई अपने मेरे बदल गये अब तो
करते थे बात आँधियों में साथ देने की
हवा चली और सब मुकर गये अब तो।
मुझ से नाराज़ है तो छोड़ दे तन्हा मुझको
ऐ ज़िंदगीए मुझे रोज रोज तमाशा न बनाया कर।
ज़िंदगी जिसका बड़ा नाम सुना है हमने
एक कमजोर सी हिचकी के सिवा कुछ भी नही !
यह मेरा टूटना और टूट कर बिखर जाना
कोई इत्तेफाक नहीं है
किसी ने बहुत मेहनत की है
मुझे इस हाल तक पहुंचाने के लिए !
मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नही
पर सुना है सादगी में लोग जीने नही देते!
ज़िन्दगी में ऐसे लोग भी होते है
जिन्हें हम पा नही सकते सिर्फ चाह सकते है!
मत सोच इतना ज़िन्दगी के बारे में
जिसने ज़िन्दगी दी है उसने भी कुछ तो सोचा होगा !
एक उम्र गुस्ताखियों के लिये भी नसीब हो
ये ज़िंदगी तो बस अदब में ही गुजर गई।
बदल जाती है ज़िन्दगी की सच्चाई ऊस वक़्त
जब कोई तुम्हारा तुम्हारे सामने तुम्हारा नही होता !
हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।
जो मिला कोई न कोई सबक दे गया
अपनी ज़िन्दगी में हर कोई गुरु निकला!
कभी खोले तो कभी ज़ुल्फ़ को बिखराए है
ज़िंदगी शाम है और शाम ढली जाए है !
अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट
हो गया है ज़िंदगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा।
होना क्या है ज़िन्दगी को
भुगत रहा हूँ ज़िन्दगी के बिना !
मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया
जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया !
यह ज़िन्दगी बस सिर्फ पल दो पल है
जिसमें न तो आज और न ही कल है
जी लो इस ज़िंदगी का हर पल इस तरह
जैसे बस यही ज़िन्दगी का सबसे हसीं पल है !
मेरी ज़िन्दगी तुम बन गई
मुझे जीना सिखा दिया तुमने !!
मुझे ज़िंदगी का इतना तजुर्बा तो नही है दोस्तों
पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं।
आँखों को अश्क का पता न चलता
दिल को दर्द का एहसास न होता
कितना हसीन होता जिंदगी का सफ़र
अगर मिलकर कभी बिछड़ना न होता !
ज़िन्दगी हसीन है ज़िन्दगी से प्यार करो
हो रात तो सुबह का इंतज़ार करो
वो पल भी आएगा जिस पल का इंतज़ार हैं आपको
बस रब पर भरोसा और वक़्त पे ऐतबार करो!
पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते है !
कुछ ऐसे सिलसिले भी चले ज़िंदगी के साथ
कड़ियां मिलीं जो उनकी तो ज़ंजीर बन गए !
जिंदगी के कुछ और पैमाने तय करो
बस जी लेना ही ज़िन्दगी नही !
फुर्सत मिले जब भी तो रंजिशे भुला देना
कौन जाने साँसों की मोहलतें कहाँ तक है !
डरते है आग से कही जल न जाये
डरते है ख्वाब से कहीं टूट न जाये
लेकिन सबसे ज़्यादा डरते है आपसे
कहीं आप हमें भूल न जाये !
शतरंज खेल रही है मेरी जिंदगी कुछ इस तरह
कभी तेरी मोहब्बत मात देती है कभी मेरी किस्मत!
यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी !
मंजिले तो हासिल कर ही लेगे
कभी किसी रोज ठोकरें कोई जहर
तो नही जो खाकर मर जायेगे !
ज़िन्दगी एक फूल है तो मोहब्बत उसकी खुशबू
प्यार एक दरिया है तो महबूब उसका साहिल
अगर ज़िन्दगी एक दर्द है तो दोस्त उसकी दवा !
ऐ ज़िन्दगी मुझे कुछ मुश्कुराहते उधार दे दे
अपने आ रहे है मिलने की रश्म निभानी है !!
अब तो अपनी तबियत भी जुदा लगती है
सांस लेता हूँ तो ज़ख्मों को हवा लगती है
कभी राजी तो कभी मुझसे खफा लगती है
जिंदगी तू ही बता तू मेरी क्या लगती है !
देखा है ज़िंदगी को कुछ इतना करीब से
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अब तो अजीब से !
ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है
बस एक आपकी वफ़ा चाहती है
कितनी मासूम और नादान है ये
खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है !
मेरी ज़िन्दगी का मकसद पूछते है लोग
सुनो बेवजह भी जीते हैं हम जैसे लोग !
उनके साथ जीने का एक मौका दे दे ऐ खुदा
तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेगे !
एक और ईट गिर गई दीवार ए जिंदगी से
नादान कह रहे हैं नया साल मुबारक हो !
नैनों में था रास्ताए हृदय में था गांव
हुई न पूरी यात्रा छलनी हो गए पांव !
ज़िंदगी नही रुकती किसी के
बगैर बस उस शख्स की जगह
हमेशा खाली रह जाती है !
है अजीब शहर की ज़िंदगी
न सफर रहा न क़याम है
कहीं कारोबार सी दोपहर
कहीं बदमिजाज़ सी शाम है !
बदनाम तो बहुत हूं मैं इस जमाने मे
तू बता तेरे सुनने में कौन सा किस्सा आया है !
छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको
ज़िंदगी इतना बता कितना सफर बाकी है !
जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना
ये कमबख्त ज़िन्दगी भरोसे के काबिल नही है !
तुझमे छिपे हैं मेरी ज़िन्दगी के हजारों राज
तुझे वास्ता ज़िन्दगी का ज़रा खुद का ख्याल रख!