वह तो पानी की बूँद है जो

February 21, 2019
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टूटा हो दिल तो दुःख होता है,
करके मोहब्बत किसी से ये दिल रोता है,
दर्द का एहसास तो तब होता है,
जब किसी से मोहब्बत हो और
उसके दिल में कोई और होता है।

ना मेरी कोई मंज़िल है, ना कोई किनारा,
तन्हाई मेरी मेहफिल और यादे मेरा सहारा,
तुमसे बिछड़ के, कुछ यू वक़्त गुज़ारा,
कभी ज़िंदगी को तरसे, कभी मौत को पुकारा।

अपनी तो मोहब्बत की यही कहानी है,
टूटी हुई कश्ती ठहरा हुआ पानी है,
एक फूल किताबोँ मेँ दम तोड़ चुका है,
मगर याद नहीँ आता ये किसकी निशानी है।

बर्बाद कर गए वो ज़िंदगी प्यार के नाम से,
बेवफाई ही मिली हमें सिर्फ वफ़ा के नाम से,
जख्म ही जख्म दिए उस ने दवा के नाम से,
आसमान रो पड़ा मेरी मोहब्बत के अंजाम से।

वह तो पानी की बूँद है जो आँखों से बह जाये,
आंसू तो वह है जो तड़प के आँखों मे ही रह जाये,
वह प्यार क्या जो लफ्ज़ो मे बयान हो,
प्यार तो वह है जो आखों मे नज़र आये।

हम मौत को भी जीना सिखा देंगे
बुझी जो शमा तो उसे भी जला देंगे
कसम तेरे प्यार की जिस दिन हम जायेंगे
दुनिया से एक बार तुजे भी रुला देंगे।

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