मुह्हबत करो जितनी उतनी कम

June 23, 2017
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तेरी दूरी का अहसास सताने लगा
तेरे साथ गुजरा हर बक्त याद आने लगा
जब भी तुझे भूलने की कोशिश की ऐ दोस्त
तू दिल के और भी करीब आने लगा।

 

हसीं है ज़िन्दगी ज़िन्दगी से प्यार करो
है रात तो सुबह का इंतज़ार करो
वो पल भी आएगा जिसका है इंतज़ार आप को
दोस्ती पे भरोसा और इशक पे ऐतबार रखो।

 

मुह्हबत करो जितनी उतनी कम है
गम मे जितना डुबो उतना कम है
पर दोस्ती एक ऐसा रिश्ता है
जितना समझो उतना कम है।

 

शुक्र है खुदा का आपने हमें दोस्त तो माना
वादा किया दोस्ती का तो पड़ेगा निभाना
एक बस आपकी दोस्ती हमको नसीब हो
उसके बाद चाहे छोड़ना पड़े ज़माना।

 

दोस्ती वो नहीं जो जान देती है,
दोस्ती वो नहीं जो मुस्कान देती है,
सच्ची दोस्ती तो वो है
जो पानी में गिरा आंसू भी पहचान ले ती है।

 

फूल बनकर मुस्कुराना जिन्दगी है,
मुस्कुरा के गम भूलाना जिन्दगी है,
मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है।

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