धड़कते हुये दिल का करार हो

September 18, 2019
801
Views

जज़्बात बहक जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,
अरमान मचल जाते हैं जब तुमसे मिलते हैं,
मिल जाते हैं आँखों से आँखें, हाथों से हाथ,
दिल से दिल, रूह से रूह जब तुमसे मिलते हैं।

मेरी यादो मे तुम हो, या मुझ मे ही तुम हो,
मेरे खयालो मे तुम हो, या मेरा खयाल ही तुम हो,
दिल मेरा धडक के पूछे, बार बार एक ही बात,
मेरी जान मे तुम हो, या मेरी जान ही तुम हो!

अपने दिल की जमाने को बता देते हैं,
हर एक राज से परदे को उठा देते हैं,
आप हमें चाहें न चाहें गिला नहीं इसका,
जिसे चाह लें हम उसपे जान लुटा देते हैं।

देखा है तुझे मेरी आँखों ने,
छूआ है तुझे मेरे होंठों ने,
हमने तो कुछ नहीं किया सनम,
प्यार किया है तुझे मेरे हाथों ने!

धड़कते हुये दिल का करार हो तुम,
इन सजी महफ़िलों की बहार हो तुम,
तरसती हुई निगाहों का इंतज़ार हो तुम,
नाम की जिंदगी का पहला प्यार हो तुम।

चाहत की महफिल में बुलाया है किसी ने,
खुद बुला कर फिर सताया है किसी ने,
जब तक जली है शमा जलता रहा परवाना,
क्या इस तरहा साथ निभाया है किसी ने!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *