Ek Umar Beet Chali Hai Tujhe Chahte Hue, Tu Aaj Bhi BeKhabar ..
बिन सावन बरसात नहीं होती, ..
हर दिन नई सुबह का नया नजारा, ..
Roj Saahil Se Samandar Ka Najara Na Karo, Apni Soorat Ko Shabo-Roz ..
सूरज के निकलने का वक्त हो ..
गुलाब की महक को चुराया नहीं ..
सपनो की दुनिया को कह दें ..
कब वो ज़ाहिर होगा और हैरान ..
तरस गये आपके दीदार को दिल ..
तेरी दूरी का अहसास सताने ..