अपना हमसफ़र बना ले मुझे, तेरा ..
ऐ सुबह तू जब भी आना …. शीयों ..
जिंदगी हमारी यूं सितम हो ..
वो छोड़ के गए हमें, न जाने ..
काश में ऐसी ग़ज़ल लिखूँ तेरे ..
कर दे नज़रे करम मुझ पर, मैं ..
तुम्हारी मदहोश आँखों ने, ..
सुबह होते ही जब दुनिया आबाद ..
मैं अपनी जान इस जहान में ..
कुछ दोस्त ज़िंदगी में इस ..